उपखंड अधिकारी सुश्री सीमा खेतान को सौंपा ज्ञापन,

सिरोही(हरीश दवे),

– समृद्धि आजीविका सीएलएफ ब्लॉक रेवदर के अनादरा सिरोडी सहित दर्जनों गांवों की महिलाएं आरपीआरपी के स्थानांतरण से आक्रोशित हो रेवदर प्रदर्शन के बाद सिरोही कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना रोष जताया ।करीब डेढ़ सौ से ज्यादा महिलाएं दिनभर कलेक्ट्रेट में नारे बाजी करती रही लेकिन कोई सहयोग करने वाला नजर नहीं आया। गत शनिवार को अवकाश की जानकारी नहीं होने पर 12 बजे पहुंची महिलाएं 5 बजे तक अधिकारियों का इंतजार करती दिखी । परेशान होकर उन्होंने चल दूरभाष पर मजदूर तथा कर्मचारी नेता गोपाल सिंह राव से संपर्क किया । राव ने तुरंत पहुंच कर जिला कलेक्टर कंट्रोल रूम से संपर्क किया । कलेक्टर के पीए से बात कर उपखंड अधिकारी सुश्री सीमा खेतान से वार्ता करवा कर ज्ञापन सौंपा । पीड़ित महिला शोभा सेन ने बताया कि अनादरा सिरोडी क्लस्टर में आरपीआरपी के पद पर कार्यरत दो महिलाओं के स्थानांतरण से आक्रोशित अन्य महिलाओं ने दिन भर प्रदर्शन किया । शनिवार को कार्यालय बंद रहने से अधिकारियों की उपस्थिति फिल्ड में ज्यादा रहती है जानकारी नहीं होने के कारण शाम 5 बजे तक वही भूखी प्यासी बैठी रही । जिससे करीब पांच महिलाओं की तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल भेजा गया जो उपचार के बाद ठीक हो गई ।शाम करीब पांच बजे कर्मचारी नेता गोपाल सिंह राव ने एसडीएम सुश्री सीमा खेतान को महिलाओं की जानकारी से अवगत करा कर उनको तुरंत मिलाया ।उपखंड अधिकारी सीमा खेतान ने पीड़ित महिलाओं से बहुत ही आत्मीयता से बात की ।इस दौरान महिलाओं ने एसडीएम को ज्ञापन में बताया कि अनादरा क्लस्टर आईपीआर पी के पद पर कार्यरत हंसा कुमारी और गैरी कुमार ईमानदारी से काम करती है । लेकिन उन्हें वहां से हटा दिया गया है ।वर्तमान में कार्यरत मैनेजर श्रीमती पारूल है जो ना तो कभी फील्ड में आती है और ना ही समूह की महिलाओं से कोई प्लान साझा करती है। उनके बोलने का लहजा भी सही नहीं है। हर समय समूह की महिलाओं के साथ अभद्रता करती है और कुछ भी पूछने पर सही तरीके से जवाब नहीं देती है ।क्लस्टर मैनेजर ने व्हाट्सएप ग्रुप में सार्वजनिक रूप से हनसा कुमारी और गैरी कुमारी को अभद्र भाषा में बोलचाल की है। उसके परिवार वालों के खिलाफ गलत बोला । क्लस्टर मैनेजर को कई बार इसके लिए समृद्धि राजीविका महिला समिति लिमिटेड ने नोटिस देकर भी दिया। लेकिन उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया। श्रीमती पारुल पूर्व सरपंच है और अपने पद का धौस बताकर समूह की महिलाओं को डरा धमका रही है ‌।जिसके कारण दिनोंदिन आक्रोश फैलता जा रहा है। महिलाओं की समिति ने सहमति के बाद ही अन्य क्लस्टर मैनेजर को नियुक्त करने की गुहार लगाई। कर्मचारी नेता राव ने बताया कि सात दिवस के भीतर समुचित कार्यवाही नहीं हुई तो मजबूरन आंदोलन को मजबूर होना पड़ेगा।

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