V24 NEWS CHANNEL ,
हैदराबाद, तेलंगाना ।
वैष्णव संत रामानुजाचार्य की हैदराबाद में स्थित २१६ फुट मूर्ति है। इसे रामानुज प्रतिमा भी कहते हैं। यह हैदराबाद के मुचिन्तल में चिन्ना जीयार ट्रस्ट के परिसर में स्थित है। इस मूर्ति को उनके जन्म के 1000 वर्ष के उपलक्ष्य में बनाया गया है। इस पर १००० करोड़ की लागत आयी है।
सन्त भगवद रामानुज का मानना था कि भगवान की दृष्टि में सभी लोग समान हैं और भगवान सभी को समान रूप से प्यार करता है। उन्होंने उस समय वर्ग, जाति और लिंग के आधार पर समाज में व्याप्त असमानताओं का विरोध किया।
रामानुजाचार्य ( जन्म: १०१७ – मृत्यु: ११३७ ) विशिष्टाद्वैत वेदान्त के प्रवर्तक थे। वह ऐसे वैष्णव सन्त थे जिनका भक्ति परम्परा पर बहुत गहरा प्रभाव रहा।
रामानुजाचार्य की स्मृति में ५ फरवरी २०२२ (वसन्त पञ्चमी) को हैदराबाद में समता की प्रतिमा का अनावरण किया गया था जो २१६ फुट ऊँची है।
रामानुजाचार्य दर्शन का आधार वेदान्त के अलावा सातवीं से दसवीं शताब्दी के रहस्यवादी एवं भक्तिमार्गी आलवार सन्तों के भक्ति-दर्शन तथा दक्षिण के पंचरात्र परम्परा थी।
रामानुजाचार्य ( जन्म: १०१७ – मृत्यु: ११३७ ) विशिष्टाद्वैत वेदान्त के प्रवर्तक थे। वह ऐसे वैष्णव सन्त थे जिनका भक्ति परम्परा पर बहुत गहरा प्रभाव रहा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हैदराबाद में ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी’ राष्ट्र को समर्पित की थी। 216 फीट ऊंची स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी 11वीं सदी के भक्ति संत श्री रामानुजाचार्य की स्मृति में स्थापित की गई है, जिन्होंने धार्मिक निष्ठा, जाति और पंथ सहित जीवन के सभी क्षेत्रों में समानता के विचार को बढ़ावा दिया था।
यहां मंदिर परिसर में प्रवेश होते ही श्री विष्णु जी भगवान के विभिन्न 108 स्वरूप के 108 मंदिर बने हुए है जिनके दर्शन करते हुए भक्त 216 फीट ऊंची रामानुज प्रतिमा के करीब पहुंचते है । यहां पर मंदिर में प्रवेश नियम में भारतीय संस्कृति वेशभूषा का विशेष महत्व है । यहां पर आरती के समय लेजर शो भी प्रदर्शित किया जाता है जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र है । यहां पर मंदिर में प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 200 रुपए है। यहां पर दूर दूर से भक्त गण प्रतिमा को देखने के लिए आते है। यहां पर वाहनों के लिए बेहतरीन पार्किंग सुविधा भी उपलब्ध है । यहां पर परिसर में सात्विक आहार खानपान रेस्टोरेंट , आयुर्वेद वस्तुएं की दुकान ,धार्मिक पुस्तक की दुकान है , प्रसाद खरीदने के लिए काउंटर लगे हुए है । मंदिर परिसर में मोबाइल फोन लेकर नहीं जा सकते है , मोबाइल फोन को रखने के लिए मोबाइल काउंटर बने हुए है जहां निःशुल्क फोन जमा करवाने होते है जो दर्शन के बाद बाहर आने पर भक्तों को वापस सुपर्द किए जाते है। यहां का सुन्दर वातावरण मनमोहक है ।
यह स्थान हैदराबाद शहर के शमशाबाद से नजदीक है । शमशाबाद बस स्टैंड से यहां जाने आने के लिए बस सुविधा भी उपलब्ध है ।