सरूपगंज में लंगूरों के आतंक से ग्रामीण परेशान ।
सरूपगंज / पिंडवाड़ा (राजस्थान )
रिपोर्ट संदीप अग्रवाल,
सरूपगंज क्षेत्र में इन दिनों लाल मुंह के लंगूरों ( बंदरों ) के आतंक से पूरा गांव भय व दहशत से परेशान है। जानकारी के अनुसार सरूपगंज कस्बे व रेलवे स्टेशन के आसपास में इन दिनों दर्जनों की संख्या में प्रतिदिन सुबह यह लाल मुंह वाले लंगूर लोगों के छतों पर आकर महिलाओं व वह बच्चों को काटने के लिए दौड़ आते हैं तथा उनके कपड़े लेकर भाग जा रहे हैं यही नहीं गांव में विभिन्न रास्तों से जाने वाले लोगों को भी दौडा रहे हैं।ये बंदर शाम होते ही रेलवे स्टेशन के पास पेड़ो पर चले जाते है एवं सुबह होते ही पुनः लोगों को काटने के लिए दौडा रहे हैं। जिससें पुरुषों के साथ साथ महिलाएं व बच्चे भी घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई लेकिन त्वरित कार्यवाही नही होने से लोग दिन प्रतिदिन इन लंगूरों से परेशान हो रहे हैं। लोग बंदरों के डर से अपने घरों के कैद रहते हैं। कस्बे का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां बंदर उत्पात नहीं मचा रहे। कहीं बिजली की लाइनें बंदर तोड़ते हैं तो कहीं दुकानों से बंदरों के सामान चुराने के मामले आते हैं। दिन में अगर घर का दरवाजा खुला रहा तो बंदर घर के अंदर घुसकर सामान उठा ले जाते हैं। राहगीरों के हाथ से सामान झपटना तो कस्बे में आम है। छतों में सुखाने के लिए डाले गए कपड़े भी बंदर उठा ले जाते हैं। क्षेत्र में बंदरों को पकड़ने का काम ग्राम पंचायत के जिम्मे है लेकिन ग्राम पंचायत भी बंदरों के आतंक से लोगों को निजात नहीं दिला पा रहा है। बंदरों के काटने पर लोगों को रैबिज का इंजेक्शन लगाने अस्पताल पहुंचना पड़ता है।
इनका कहना है
– लंगूरों को पकड़ने का यह कार्य पंचायत स्तर पर किया जाता है जब पंचायत अर्जी देगी तभी वन विभाग कार्यवाही करेगा।
अंजू चौहान, वन रक्षक सिरोही
– आप से जानकारी मिली है तो अब एक दो दिन में कार्रवाई कर टोली पकड़वाने का कार्य करवाता हूं।